इस लेख में हमने मेरा प्रिय अध्यापक पर निबंध (Essay on My Favorite Teacher in Hindi) लिखा है। जिसमें अध्यापक किया है, गुण, कार्य, योगदान और दस वाक्य को शामिल किया गया है।
प्रस्तावना (मेरा प्रिय अध्यापक पर निबंध Essay on My Favorite Teacher in Hindi)
किसी भी सभ्य समाज का निर्माण गुरु के शिक्षा के द्वारा ही होता है। पूरे संसार में माता पिता के बाद सबसे पूजनीय पद गुरु का होता है। जो अपने ज्ञान का प्रकाश चारों और बिखेर कर सभी का मार्गदर्शन करते हैं।
प्राचीन काल से ही भारत में गुरुकुल प्रथा चली आ रही है। जहां गुरु अपने शिष्य को सामाजिक तथा सांस्कृतिक सभी प्रकार के ज्ञान प्रदान करते हैं।
आज के समय में गुरुकुल का नया रूप विद्यालय है। जहां आज भी अध्यापक अपने शिष्य को उज्जवल भविष्य के लिए अच्छी शिक्षा देते हैं तथा उन्हें एक सभ्य नागरिक बनाते हैं।
अध्यापक शब्द सुनते ही ऐसे व्यक्तित्व की कल्पना की जाती है। जो बच्चों को अंधकार से दूर ले जाकर मार्गदर्शन करके उन्हें विद्यार्थी जीवन में उत्तमता प्रदान करें।
भारतीय संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का बहुत महत्व है तथा इसे सभी विद्यार्थियों द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है।
अध्यापक की तुलना किसी भी व्यक्ति से नहीं की जा सकती। क्योंकि वे निस्वार्थ भाव से विद्यार्थियों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने का प्रयास करते हैं।
अध्यापक क्या है? What is Teacher in Hindi?
किसी भी विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा देने के लिए अध्यापक होते हैं। एक विद्यालय में कई अध्यापक हो सकते हैं जो विभिन्न विषयों का ज्ञान रखते हैं।
किसी भी देश को विकास करने के लिए शिक्षा का महत्व पूर्ण योगदान होता है। आज के समय में बड़े बड़े शहरों से लेकर गावों तक अधिक से अधिक विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है।
वास्तव में अध्यापक ही विद्यार्थियों के अंदर निर्णय लेने की क्षमता तथा विभिन्न विषयों में रुचि विकसित करते हैं। अपने सतत प्रयासों के कारण वे अपने छात्रों को जीवन में सफलता हासिल करने के लायक बनाते हैं।
बिना शिक्षा के जीवन की कल्पना करना समय की बर्बादी है। क्योंकि कोई भी ज्ञान तब तक पूर्ण नहीं होता जब तक उसे पूरे मन से न सीखा जाए।
हर अध्यापक की यही इच्छा होती है कि उनके द्वारा पढ़ाया गया प्रत्येक विद्यार्थी तरक्की के नए आयाम को छुकर उनका नाम पूरे समाज में ऊंचा करें।
अध्यापक के गुण Qualities of a Teacher in Hindi
किसी भी अध्यापक का गुण उनके व्यवहार में साफ झलकता है। एक अच्छा अध्यापक सर्वश्रेष्ठ गुणों से परिपूर्ण होता है तथा वह अपने प्रत्येक विद्यार्थियों को भी सर्वश्रेष्ठ बनाने की कामना करता है।
गुरु का दायित्व आम लोगों से बहुत अधिक होता है। क्योंकि देश का भविष्य उनके ही हाथ में होता है।
एक कुशल अध्यापक अपने विषय में महारथी होते हैं। जिसके कारण वे उस विषय को पढ़ाते समय इस प्रकार सरल रूप से प्रस्तुत करते हैं जिससे विद्यार्थियों कि रुचि उस विषय में बहुत बढ़ जाती है।
विद्यार्थियों के पढ़ाई में होने वाले जटिल से जटिल परेशानियों को अध्यापक बहुत आसानी से हल कर देते हैं।
किसी भी अध्यापक के लिए सबसे मूल्यवान चीज समय होता है। इसीलिए वे हमेशा निश्चित समय पर विद्यालय पहुंचकर शिक्षा देने के लिए क्लास रूम में उपस्थित रहते हैं।
शिक्षक एक कुशल वक्ता होता है। क्योंकि उन्हें अपनी बात सभी छात्रों तक पहुंचाने होती है। इसलिए वे उस विषय को रुचिपूर्ण बनाकर एक खेल की तरह प्रस्तुत करते हैं।
एक विद्यालय में हजारों विद्यार्थी पढ़ते हैं। लेकिन फिर भी सभी छात्र-छात्राएं एक शिक्षक के लिए एक समान होते हैं। विद्यार्थी द्वारा पूछे गए सभी प्रकार के प्रश्नों का उत्तर संतोषजनक रूप से देते हैं तथा सभी के प्रति प्रेम और सहानुभूति की भावना रखते हैं।
अध्यापक के कार्य Work of a Teacher in Hindi
अध्यापक का मुख्य कार्य बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने का होता है। जिसे वे बखूबी निभाते हैं। विद्यार्थी जो कुछ भी अपने आसपास घटित होता देखते हैं उसे अपने दिनचर्या के बाद जीवन में उतार लेते हैं। इसीलिए प्रत्येक शिक्षक विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के अलावा एक आदर्श नागरिक बनने का भी ज्ञान देते हैं।
शिक्षक का चरित्र पवित्र होता है जिसका प्रभाव उनके विद्यार्थियों पर शीघ्र ही पड़ता है। हमेशा विद्यार्थियों को अहिंसा तथा सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
यदि किसी विषय में कोई विद्यार्थी कमजोर है तो उसे डांटने या नीचा दिखाने के बजाय उसे सीखने के लिए प्रोत्साहन देते हैं। किसी भी विद्यार्थी को पढ़ाई में होने वाली दिक्कत को वे शांति पूर्वक सुनकर प्रेम से समझाते हैं।
पूरे देश में सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य एक शिक्षक का होता है। क्योंकि भविष्य की रूपरेखा का निर्माण कार्य उनके द्वारा ही किया जाता है। यदि कोई अध्यापक अपने विद्यार्थियों को अनुचित शिक्षा दें तो उस विद्यार्थी ही नहीं बल्कि पूरे देश की हानि होती है।
मेरे प्रिय अध्यापक My Favorite Teacher in Hindi
मुझे गणित विषय एक पहाड़ के जैसे लगता था। लेकिन जब हमारे विद्यालय सुदर्शन शर्मा महोदय गणित के नए अध्यापक के रूप में आए तब से मेरे मन में इस विषय का डर पूरी तरह से खत्म हो गया।
हमारे शिक्षक गणित विषय में विद्वान है तथा सभी कक्षाओं को वे ही इस विषय को पढ़ाते हैं। मेरी तरह बहुत से विद्यार्थी इस विषय का नाम सुनकर ही घबरा जाते थे। परंतु श्री सुदर्शन महोदय ने विद्यार्थियों के अंदर से इस विषय के भय को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
अध्यापक महोदय जब भी अपने विषय को पढ़ाते हैं तो उसमें जान आ जाती है और सब कुछ वास्तविक जैसा प्रतीत होने लगता है।
मनोविज्ञान के पहलुओं के समझने के कारण वे विद्यार्थियों के मन में आने वाली सारी परेशानियों को समझ जाते हैं तथा उसका निदान करते हैं।
अध्यापक महोदय का स्वभाव अत्यंत शांत है किंतु यदि विद्यार्थी उद्दंडता करते हैं तो उन्हें अत्यंत क्रोध आता है।
सभी विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के अलावा वे अच्छे संस्कार भी सिखाते हैं। इसी कारण अध्यापक महोदय मेरे साथ ही सभी बच्चों के प्रिय अध्यापक हैं।
मेरे प्रिय अध्यापक का योगदान Contribution of My Teacher in Hindi
मेरे प्रिय आध्यापक बहुत अच्छे स्वभाव के हैं। उनका स्वभाव न केवल मुझे ही अपितु पूरे विद्यालय के विद्यार्थी तथा अन्य अध्यापकों को भी प्रभावित करता है।
अध्यापक महोदय के समय की बचत करने का गुण मुझे बहुत अच्छा लगता है तथा मैं भी अब अपना समय नई चीजें सीखने में लगाता हूं।
ऐसे तो हमारे विद्यालय में कई शिक्षक हमें पढ़ाते हैं लेकिन सुदर्शन महोदय द्वारा पढ़ाया गया विषय सबसे मजेदार होता है। उनके प्रयासों के कारण ही कठिन से कठिन लगने वाला विषय भी इतनी आसानी से समझ में आ जाता है। वे सभी विद्यार्थियों को झगड़ा ना करें तथा सत्य की राह पर चलने की शिक्षा भी देते हैं।
मेरे प्रिय अध्यापक पर 10 लाइन Best 10 Lines on The Teachers in Hindi
- किसी भी राष्ट्र के भविष्य निर्माण में एक शिक्षक का कर्तव्य सबसे अधिक होता है।
- भारत में हर वर्ष 5 सितंबर के दिन डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन की जयंती पर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है
- संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- अध्यापक हमेशा अपने द्वारा पढ़ाए गए प्रत्येक विद्यार्थी की सफलता की कामना करते हैं।
- विद्यालय खुलने पर सबसे पहले अध्यापक अपने समय पर विद्यालय पहुंचते हैं।
- एक कुशल अध्यापक बच्चों के मन में किसी भी विषय के लिए रुचि उत्पन्न कर सकता है।
- भारत में शिक्षक दिवस के दिन सभी विद्यार्थी अपने अध्यापक के लिए नए-नए गिफ्ट्स लाते हैं।
- एकमात्र भारत ऐसा देश है जहां गुरु को ईश्वर के समान माना जाता है तथा गुरु पूर्णिमा मनाया जाता है।
- अध्यापक पाठ्यक्रम के अलावा अपने विद्यार्थियों को सामाजिकता की भी जानकारी देते हैं।
- सभी शिक्षकों के गुण का प्रभाव विद्यार्थियों पर प्रत्यक्ष रुप से पड़ता है।
निष्कर्ष conclusion
इस लेख में आपने मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध हिंदी में (My Favorite Teacher Essay in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको सरल लगा हो। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरुर करें।