आज हमने इस आर्टिकल में दशहरा पर निबंध (Essay on Dussehra in Hindi) लिखा है जिसमें हमने प्रस्तावना, दशहरा क्यों मनाया जाता है, कब मनाया जाता है, और कैसे मनाया जाता है, दशहरे का महत्व, दशहरा मेला, दशहरे पर 10 लाइन तथा दशहरे पर कविता के बारे में लिखा है।
प्रस्तावना (दशहरा पर निबंध Essay on Dussehra in Hindi)
हमारे देश में त्योहारों का बड़ा ही महत्व है। हमारे देश में प्रत्येक त्यौहार बड़े ही धूमधाम से और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। दशहरा भी इन प्रमुख त्योहारों में से एक है। दशहरे को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है।
दशहरे का त्यौहार कब मनाया जाता है? When Dussehra is Celebrated?
दशहरे का त्यौहार आश्विन मास की दशमी को मनाया जाता है अर्थात दीपावली के 20 दिन पहले इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से 10 दिन तक मनाया जाता है। और इसे नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। यहां उत्सव नवरात्रि से शुरू होता है, और दशहरे के दसवें दिन के त्यौहार के साथ समाप्त होता है।
नवरात्रि और दशहरा पूरे शहर में एक ही समय में अलग-अलग प्रकार से और रीति-रिवाजों के द्वारा मनाया जाता है। लेकिन ज्यादा उत्साह और ऊर्जा से यह गर्मी के अंत और सर्दियों के मौसम के शुरुआत में माना जाता है।
दशहरे का त्यौहार क्यों मनाया जाता है? Why Dussehra is Celebrated?
इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। इस कारण भगवान राम का सम्मान करने के लिए हिंदू, उपवास, अनुष्का और समारोह रखते हैं। दशहरा दानव महिषासुर पर योद्धा देवी दुर्गा की जीत का भी प्रतीक है।
दशहरा कैसे मनाया जाता है? How Dussehra is Celebrated?
दशहरा मनाने के लिए जगह-जगह बड़े-बड़े मैदानों में मेलों का आयोजन किया जाता है। इस समय रामलीला का भी आयोजन होता है। इस दिन रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। इस पुतले में पटाखे भी भर दिए जाते हैं।
विजयादशमी को भारतीय घरों के लिए शुभ माना जाता है इस दिन लोग अपने घरों में पूजा अर्चना करते हैं। शास्त्रों के मुताबिक इन 9 दिनों में तीनों शक्तियां प्राप्त होती है अर्थात शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक जिससे उन्हें बिना किसी कठिनाई से अपने जीवन में प्रगति करने मैं मदद मिलती है।
दशहरे के दिन विद्यालयों और दफ्तरों में अवकाश रहता है। लोग इस पर्व को ढेर सारी खुशियां और उत्साह के साथ मनाते हैं।
इस दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। रामलीला का दशहरा समारोह के दौरान एक अनूठी विशेषता है। जहां रामायण की कहानीयाँ, तथा राम और रावण के बीच का अभिनय किया जाता है।
दशहरे का महत्व Importance of Dussehra
इस त्यौहार का बहुत ही बड़ा महत्व है। यह दिखाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी हो कितनी भी शक्तिशाली हो हमेशा अच्छाई की जीत होती है। बुराई को हमेशा अच्छाई से हारना ही पड़ता है। यह त्यौहार इस बात का प्रतिक है कि बुराई में अच्छाई की हमेशा जीत होती है।
रावण ने माता सीता का अपहरण किया था। उसने यह एक बुरा काम किया था। इस कारण दशहरे के दसवीं के दिन श्री राम ने रावण का अंत किया था। इसी तरह से बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी।
दशहरा मेला Dussehra Mela
दशहरा मेला उत्सव का मुख्य आकर्षण है। दशहरे के समय मेलों का आयोजन किया जाता है। खरीदारी के लिए दुकान बाजार बैठते हैं। और बच्चों के लिए खेल व अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
सड़कों में हलचल होने लगती है लोग रावण का विशाल पुतला देखने को एकत्रित होते हैं। रावण दहन के लिए राम लक्ष्मण की झांकी निकाली जाती है। रावण दहन देखने को बहुत सारे लोग एकत्रित होते हैं। कोटा मेला और मैसूर मेला, दशहरा पर कुछ प्रसिद्ध मेले हैं।
दशहरा पर 10 लाइन 10 Lines on Dussehra in Hindi
दशहरा पर 10 लाइन निम्न प्रकार है-
- हमारे देश में प्रत्येक त्यौहार बड़े ही धूमधाम से और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। दशहरा भी इन प्रमुख त्योहारों में से एक है। दशहरे को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है।
- दशहरे का त्यौहार आश्विन मास की दशमी को मनाया जाता है अर्थात दीपावली के 20 दिन पहले इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से 10 दिन तक मनाया जाता है।
- इसे नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है।
- यहां उत्सव नवरात्रि से शुरू होता है, और दशहरे के दसवें दिन के त्यौहार के साथ समाप्त होता है।
- नवरात्रि और दशहरा पूरे शहर में एक ही समय में अलग-अलग प्रकार से और रीति-रिवाजों के द्वारा मनाया जाता है। लेकिन ज्यादा उत्साह और ऊर्जा से यह गर्मी के अंत और सर्दियों के मौसम के शुरुआत में माना जाता है।
- इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। इस कारण भगवान राम का सम्मान करने के लिए हिंदू, उपवास अनुष्का और समारोह रखते हैं।
- दशहरा दानव महिषासुर पर योद्धा देवी दुर्गा की जीत का भी प्रतीक है।
- दशहरा मनाने के लिए जगह-जगह बड़े-बड़े मैदानों में मेलों का आयोजन किया जाता है। इस समय रामलीला का भी आयोजन होता है।
- इस दिन रावण, मेघनाथ और कुंभकरण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है। इस पुतले में पटाखे भी भर दिए जाते हैं।
- विजयादशमी को भारतीय घरों के लिए शुभ माना जाता है इस दिन लोग अपने घरों में पूजा अर्चना करते हैं।
दशहरा पर कविता Poem on Dussehra in Hindi
- तभी राम आए बंदर भालू की लेकर सेना,
साधा निशाना सच्चाई का तीर चलाया पैना।
लोग पाप की लंका धुं धुं जलकर हो गई राख,
दिए जले थे तब धरती पर अनगिन ,लाखों लाख।
इसीलिए तो आज धूम है रावण आज मरा था,
शीश 10 बारी-बारी उत्तरा आभार धरा का।
लेकिन सोचो कोई रावण फिर छल ना कर पाए,
अभिमानी ना फिर से काला राज जलाए।
होगा तभी सच्ची दीपावली होगा तभी दशहरा,
जगमग जगमग होगा तब फिर सच्चाई का चेहरा।
- दशहरा आया दशहरा आया हिंदुओं का त्यौहार आया,
सच्चाई का प्रतीक दशहरा बुराई का अंत दशहरा।
अहंकारी रावण का पुतला जलता।
श्री राम जी का जय जय कार होता,
सारे लोग जश्न मनाते सत्य की जीत पर लोग नाचते।
बुराई छोड़ सच्चाई अपना वो गलत विचारों को दूर भगाओ।
अन्याय का प्रेरणा देता दशहरा का त्योहार बहुत कुछ सिखा जाता।
निष्कर्ष Conclusion
इस त्यौहार से हमें यह शिक्षा मिलती है कि चाहे बुराई जितने भी बड़ी हो जितनी भी शक्तिशाली हो वह कभी अच्छाई से नहीं जीत सकता अर्थात हमेशा अच्छाई की जीत होती है।
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