बाज पक्षी पर निबंध Essay on Eagle in Hindi 1000 W

इस लेख में हमने बाज पक्षी पर निबंध (Essay on Eagle in Hindi) लिखा है जिसमें हमने प्रस्तावना, इस पक्षी के विषय में जानकारी, कहां रहता है? क्या खाता है? इसका महत्व, तथ्य, तथा बाज पक्षी पर 10 लाइन लिखा है।

प्रस्तावना (बाज पक्षी पर निबंध Essay on Eagle in Hindi)

पूरे विश्व में पक्षियों की बहुत सी प्रजाति पाई जाती है जिनमें से बाज एक विशाल पक्षी है। इसे अंग्रेजी में ईगल कहते हैं। परंतु यह गरुड़ पक्षी से छोटा होता है। बाज पक्षी बहुत ही ऊंची उड़ान भरता है। बाज उड़ते समय बादलों के अंदर तक भी चला जाता है। उसे आसमान का राजा भी माना जाता है।

बाज के विषय में जानकारी Information About Eagle in Hindi

यह एक ऐसा पक्षी है जो दुनिया में दो बार जन्म लेता है। जब वह पैदा होता है और दूसरा जब वह वृद्धावस्था के मुकाम पर पहुंचकर यह निर्णय लेता है कि उसे जीना है या अपनी मौत की प्रतीक्षा करनी है। बाज एक तेज तर्रार पक्षी माना जाता है लेकिन उसे भी एक भारी मुकाम से गुजरना पड़ता है जब वह खुद को कमजोर महसूस करने लगता है।

बाज की नजर बहुत ही तेज होती है। यह 5 किलोमीटर तक अपने शिकार को देख सकता है। यह बहुत ही तेज शिकारी पक्षी है, पल भर में ही आकाश की गहरी ऊंचाई से ही यह अपना शिकार देख कर उस पर आक्रमण कर देता है।

ईगल एक ऐसा पक्षी है जिसकी उड़ान और नजर बहुत ही तेज होती है। यह गिद्ध की तरह ही दिखता है। यह दुनिया भर में पाया जाता है।

बाज अपना भोजन स्वयं करता है। गिद्ध की तरह मारे गए जीवो को वह नहीं खाता है। बाज के पंख पतले और मुड़े हुए होते हैं जिसके कारण वह बहुत तेज उड़ सकता है, और उसे दिशा बदलने में मदद मिलती है। उनके पंजे और नाखून बहुत ही मजबूत होते हैं जिससे उन्हें शिकार करने में मदद मिलती है।

यह अद्भुत पक्षी आकाश में 12000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। मादा बाज ज्यादा अंडे नहीं देती है वह 3 या 5 अंडे देती है। माता बाज अपने अंडों के उपर 36 दिन बैठकर उसे सेंक देती है। उसके बाद उसमें चूजे निकलते हैं।

बाज 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आसमान में उड़ सकता है। बाज आसमान में ही तेजी से नहीं उठ सकता बल्कि वह जमीन पर भी तेजी से दौड़ सकता है।

बाज पक्षी का पुनर्जन्म Rebirth of Eagle in Hindi

बाज का पुनर्जन्म Rebirth of Eagle in Hindi

ईगल पक्षी लगभग 70 से 100 वर्ष की आयु तक जीवित रहता है। लेकिन 40 कि उम्र तक पहुंचते-पहुंचते उसके पंख कमजोर होते जाते हैं और उसे उड़ान भरने में परेशानी होने लगती है। 40 की उम्र पार करते ही बाज के पंजे कमजोर हो जाते हैं और वह शिकार करने में असमर्थ हो जाते हैं।

बाज पक्षी की चोंच जो कभी नुकीली थी वह भी मुड़ने लगती है। बाज का शरीर मोटा हो जाने के कारण उसके पंख भी शरीर से चिपकने लगते हैं जिसकी वजह से यह अच्छे से उड़ान नहीं भर पाता है।

यह वह समय होता है जब उसके पास दो विकल्प मौजूद होते हैं या तो वह चुपचाप मौत को गले लगा ले या दोबारा जीवन को अपनाकर फिर से खुले आकाश में उड़ने लगे। मृत्यु का इंतजार करना आसान हो सकता है लेकिन फिर से जीवन जीना जितना दर्दनाक होता है।

वह 5 महीने की लम्बी प्रक्रिया से गुजरता है। बाज जीवन के इस लंबी प्रक्रिया में ऊंची चट्टान और पहाड़ों पर जा पहुंचता है। उस ऊंची पहाड़ी पर जा पहुंचकर वह घोंसला बनाकर वहां रहना शुरू कर देता है, वह उस ऊंची चट्टान पर दिन-रात अपना चोंच मारते रहता है और वहां यह तब तक करते रहता है जब तक कि उसकी जांच टूट ना जाए।

चोच टूट जाने के बाद वह अपने पंजों को तोड़ता है। वह खुद अपने पंखों को नोच नोच कर फेंक देता है ।ऐसा करने से बाज का शरीर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाता है अब दोबारा पहले जैसे स्वस्थ अवस्था में पहुंचने के लिए बाज को 5 महीने इंतजार करना पड़ता है।

इसके बाद उसके शरीर में नए पंजे, चोंच और पंख आ जाते हैं। उसके बाद वह दोबारा 30-40 साल तक जी पाता है।

बाज पक्षी कहां रहता है? Where Does the Eagle Bird Live in Hindi?

बाज पक्षी अपना घोंसला ऊंचे पेड़ों पर तथा पहाड़ों एवं चट्टानों पर बनाता है और यह ज्यादातर दूसरे पक्षी के घोसले पर शिकार के लिए आक्रमण करने के लिए वहीं पर अपना घोंसला बनाते हैं। यह अंटार्टिका के अलावा सभी महाद्वीपों में पाया जाता है। हालांकि यह एक लुप्त कगार में पहुंच गए हैं।

बाज पक्षी क्या खाता है? What Does an Eagle Bird Eat in Hindi?

यह एक मांसाहारी पक्षी है। यह सांप, चूहा, मेंढक, मछली खाते है।

बाज पक्षी का महत्व The Importance of the Eagle Bird in Hindi

बाज पक्षी को पौराणिक काल से साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। बाज को आसमान में सबसे ताकतवर पक्षी माना जाता है। बाज के मजबूत मांस पेशियां, लंबे पंख और तेजी से हवा में उड़ने की शक्ति के कारण इसे फ्लाइट मशीन भी कहा जाता है।

प्राचीन काल से लेकर द्वितीय विश्वयुद्ध तक दुश्मनों को कबूतर के संदेश से आदान-प्रदान को रोकने के लिए बाज का ही प्रयोग किया जाता था। बाज की देखने की क्षमता अद्भुत होती है।

एक बाज मनुष्य की तुलना में 2.6 गुना अधिक देख सकता है। बाज को प्राचीन काल से लोग पालते आ रहे हैं। आप इसे की राजा महारजाओं की कहानियों और चित्रों मे भी देख सकते हैं। इनके अन्य छोटे पक्षियों के शिकार करने की क्षमता के कारण भी इन्हे पाल जाता था।

बाज पक्षी पर तथ्य Facts About Eagle in Hindi

  1. बाज पक्षी आकाश में 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी उड़ सकता है।
  2. यह पक्षी मांसाहारी होता है।
  3. इनका जीवन काल 70-75 वर्ष तक की होती है।
  4. मादा बाज की अपेक्षा नर का आकार बड़ा होता है।
  5. इनके शरीर की लंबाई 13 से 23 इंच की होती है तथा इसकी पंख की लंबाई 29 से 47 इंच होती है।
  6. बाज आसमान का सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी ही नहीं धरती पर तेज दौड़ने वाला पक्षी भी है।
  7. यह अंटार्टिका के अलावा सभी महाद्वीपों पर पाए जाते हैं।
  8. बाज उचे पहाड़ों और घने जंगलों तथा रेगिस्थान में रहना पसंद करते हैं।
  9. यह यह छोटे से माध्यम आकर के पक्षियों जैसे बतक और चमगादड़ को अपना शिकार बनाते हैं।
  10. बाज के नाक पर ट्यूबर सेल होते हैं जो उड़ान के दौरान सांस लेने में मदद करते हैं।
  11. बाज की 1500 से 2000 प्रजातियां पाई जाती है।
  12. मादा बाज एक साल में 3 से 5 अंडे देती है।
  13. बाज को सबसे अच्छा फ्लाइंग मशीन कहा जाता है।
  14. द्वितीय विश्वयुद्ध में कबूतरों के द्वारा भेजे हुए संदेश को रोका जाने के लिए बाज पक्षी का प्रयोग किया जाता था।
  15. बाज की आंखें बहुत ही तेज होती है वह 5 किलोमीटर के दौर से ही अपने शिकार को देख सकता है।
  16. दुनिया की सबसे छोटी प्रजाति का बाज का आकार 45 से 55 सेंटीमीटर है तथा बड़ी प्रजाति का बाज का आकार 2 से 2.5 मीटर है।

बाज पक्षी पर 10 लाइन 10 Lines on the Eagle Bird in Hindi

  1. बाज एक विशाल पक्षी होता है परंतु यह गरुड़ से छोटा होता है।
  2. ईगल पक्षी बहुत ही तेजी से उड़ता है और वह उड़ते समय बादल के अंदर भी चला जाता है।
  3. यह एक ऐसा पक्षी है जो दुनिया में दो बार जन्म लेता है। जब वह पैदा होता है और दूसरा जब वह वृद्धावस्था के मुकाम पर पहुंचता है।
  4. बाज की नजर बहुत ही तेज होती है। यह 5 किलोमीटर से अपने शिकार को देख सकता है।
  5. यह बहुत ही तेज शिकारी पक्षी है, पल भर में ही आकाश की गहरी ऊंचाई से ही यह अपना शिकार कर लेती है। 
  6. बाज एक ऐसा पक्षी है जिसकी उड़ान और नजर बहुत ही तेज होती है। 
  7. यह दुनिया भर में पाया जाता है।
  8. बाज अपना भोजन स्वयं करता है। गिद्ध की तरह मारे गए जीवो को वह नहीं खाता है। 
  9. बाज के पंख पतले और मुड़े हुए होते हैं जिसके कारण वह बहुत तेज उड़ सकता है, और उसे दिशा बदलने में मदद मिलती है।
  10. उनके पंजे और नाखून बहुत ही मजबूत होते हैं जिससे उन्हें शिकार करने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने बाज पक्षी के विषय में की जानकारी पढ़ा। अन्य सभी पक्षियों की तरह ही बाज का भी हमारे प्रकृति में बहुत महत्व है। आपको बाज पक्षी पर निबंध Essay on Eagle in Hindi कैसा लगा कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताएं।

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