आज हमने इस आर्टिकल में रक्षाबंधन पर निबंध Essay on Raksha Bandhan in Hindi(700W) लिखा है जिसमें हमने प्रस्तावना, रक्षाबंधन कब मनाया जाता है, रक्षाबंधन का ऐतिहासिक महत्व, तथा पौराणिक कथाओं को लिखा है।
प्रस्तावना (रक्षाबंधन पर निबंध Essay on Raksha Bandhan in Hindi)
भारत त्योहारों का देश है उसके प्रमुख त्योहारों में से एक है रक्षाबंधन। इस दिन सभी बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती है। रक्षाबंधन भाई बहनों का त्यौहार है जो मुख्यत: हिंदुओं में प्रचलित है पर इसे भारत के सभी धर्मों के लोग समान उत्साह और भाव से मनाते हैं। यह एक विशेष दिन है जो भाई बहनों के लिए बना है।
रक्षाबंधन कब मनाया जाता है When is Raksha Bandhan celebrated in Hindi?
हिंदू सावन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला यह त्यौहार भाई बहनों के प्रति प्यार का प्रतीक है। रक्षाबंधन के दिन बहने अपने भाई के दाहिने हाथ पर राखी बांधी हैं, उन्हें तिलक करती हैं और अपनी रक्षा का संकल्प लेती हैं। हालांकि रक्षाबंधन की व्यापकता इससे भी कहीं ज्यादा है।
राखी बांधना सिर्फ भाई-बहन के बीच का क्रियाकलाप नहीं रह गया, राखी देश की रक्षा, वातावरण की रक्षा, हितों की रक्षा आदि के लिए भी बांधी जाने लगी है।
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रक्षाबंधन का ऐतिहासिक महत्व Raksha Bandhan’s Historical importance in Hindi
रक्षाबंधन का इतिहास हिंदू पुराण में है। वामनअवतार पौराणिक कथाओं में रक्षाबंधन का प्रसंग मिलता है, कथा इस प्रकार है:- राजा बलि ने यज्ञ प्रसंग का स्वर्ग पर अधिकार का प्रयत्न किया, तो देवराज इंद्र ने भगवान विष्णु को प्रार्थना की, भगवान विष्णु वामन ब्राम्हण अवतार लेकर राजा बलि से भिक्षा मांगने पहुंच गए, गुरु के मना करने पर भी बलि ने तीन पग भूमि दान कर दी।
वामन भगवान ने तीन पग में आकाश पाताल और धरती को नाफ कर राजा बली को रसातल में भेज दिया। उसने अपने भक्ति के बल पर विष्णु जी से हर समय अपने सामने रहने का वचन ले लिया। लक्ष्मी जी इससे चिंतित हो गई।
नारद जी की सलाह पर लक्ष्मी जी बलि के पास गए और उन्हें रक्षा सूत्र बांधकर अपना भाई बना लिया। बदले में भी विष्णु जी को अपने साथ ले आई। उस दिन श्रावण मास की पूर्णिमा की तिथि थी।
इतिहास में राखी के महत्व के अनेक उल्लेख मिलते हैं। मेवाड़ की रानी कर्मावती ने मुगल राज्य हुमायूं को, राखी भेजकर क्षमा याचना की थी। हुमायूं मुसलमान होते हुए भी राखी की लाज रखी।
इसके अलावा महाभारत में भी रक्षाबंधन का उल्लेख है। जब युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा कि मैं सभी संकटों को कैसे पार कर सकता हूं, तब श्री कृष्णा ने उनकी तथा सेना की सभा के लिए राखी का त्यौहार मनाने की सलाह दी थी।
शिशुपाल का वध करते समय कृष्ण की तर्जनी में चोट आ गई थी, तब द्रौपदी ने रक्त को रोकने के लिए अपनी साड़ी फाड़ कर उनकी उंगली पर बांध दी थी।
रक्षा बंधन पर 10 लाइन 10 line on Raksha Bandhan
- रक्षाबंधन भाई बहनों का त्यौहार है जो मुख्यता है हिंदुओं में प्रचलित है पर इसे भारत में सभी धर्म के लोग समान उत्साह के साथ मनाते हैं।
- रक्षाबंधन का दिन एक विशेष दिन होता है जो भाई बहनों के लिए बना होता है।
- हिंदू सावन मास की पूर्णिमा के दिन मनाए जाने वाला यह त्यौहार भाई बहनों के प्रति प्यार का प्रतीक है।
- रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई के दाहिने कलाई में साक्षी बनती हैं।
- रक्षाबंधन को राखी का त्यौहार भी कहा जाता है।
- इस दिन बहन अपने भाई के माथे पर टीका लगाकर उसकी कलाई पर राखी बांधी है।
- भाई भी अपनी बहन को हर मुसीबत से बचाने का वचन देता है।
- इस दिन बहन भाई के प्रति समृद्धि स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति प्रार्थना करती है।
- यह त्यौहार भारत देश की संस्कृति और परंपरा का अमूल्य प्रतीक है।
- घरों में इस दिन बहुत सारे व्यंजन बनाते हैं।
निष्कर्ष Conclusion
आज यह त्योहार हमारी संस्कृति की पहचान है और हर भारतवासी को इस त्यौहार पर गर्व है। लेकिन भारत में जहां इन बहनों के लिए इस विशेष पर्व को मनाया जाता है वहां कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भाई की बहनों को गर्भ पर ही मार देते हैं।
आज कई भाइयों की कलाई पर राखी सिर्फ इसलिए नहीं बंद पाती है क्योंकि उनके माता-पिता उनके बहनों को इस दुनिया में आने ही नहीं देते हैं। यह देश की एक बड़ी समस्या है।यह त्यौहार हमें यह याद दिलाता है कि बहाने हमारे लिए कितना महत्व रखती हैं।
बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बांधा है,प्यार के दो तार से संसार बांधा है।
आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
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धन्यवाद