उगादी पर निबंध Essay on Ugadi in Hindi

इस लेख में हमने उगादी पर निबंध (Essay on Ugadi in Hindi) को सरल व आकर्षक रूप से लिखा है। उगादी त्योहार क्या है और कब मनाया जाता है?

इस पर विस्तार से इस निबंध लिखा गया है और लेख के अंत में उगादी पर दस लाइन आकर्षक रूप से दिया गया है। यह उगादी पर निबंध स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए 1500+ शब्दों में लिखा गया है।

प्रस्तावना (उगादी पर निबंध Essay on Ugadi in Hindi)

भारत को त्योहारों का देश भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ लगभग हर महीने कोई न कोई बड़ा त्योहार होता ही है। प्राचीन भारतीय परंपरा में त्योहारों का सृजन हमारे ऋषि-मुनियों के दूरदर्शिता को इंगित करता है। उन्ही त्योहारों में से एक त्योहार है उगादी, युगादी या गुड़ी पड़वा।

उगादी पर्व क्या है? What Is Ugadi Festival in Hindi?

उगादी पर्व का भारतीय दर्शन में विशेष महत्व है, क्योंकि यह बहुत सी पौराणिक और प्राकृतिक घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसा माना जाता है की इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी।

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने भगवान ब्रह्मा को श्राप दिया था की भगवान ब्रह्मा की पूजा नहीं होगी। लेकिन दूसरी ओर उगादी के दिन भगवान ब्रह्मा की पूजा होती है।

इसका मूल कारण यह बताना था किसी भी परिस्थिति में परिवर्तन और नव सृजन रुकना नहीं चाहिए यानी इंसान को समय के साथ खुद में परिवर्तन लाते रहना चाहिए। 

दक्षिण भारत में इस पर्व को काफी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है क्योंकि वसंत ऋतू के आगमन का समय नजदीक होता है और किसानों के लिए नई फसल का समय होता है।

उगादी पर्व क्यों मनाया जाता है? Why Ugadi Festival Celebrate in Hindi?

भारतीय दर्शन में पर्वों के द्वारा एक साथ अनेक सीख और सलाह देने की परंपरा है। चाहे वह होली हो या दिवाली चाहे वह गणेश चतुर्थी हो या उगादी।

सभी त्योहारों के पीछे एक गूढ़ ज्ञान छिपा होता है। उगादी त्योहार मनाने के पीछे भी उसी ज्ञान को शिरोधार्य करना मुख्य है।

उगादी पर्व के पीछे हिन्दू समूह को एकत्रित और संगठित करने का प्रयास मुख्य है। उगादी त्योहार के दिन प्राकृतिक परिवर्तन भी होता है। इसलिए एक विशेष काढ़ा पिने की परंपरा सदियों से चलती आई है। 

कई जगहों पर नीम और गुड़ के लड्डू भी बाटें जाते हैं क्योंकि इसके पीछे स्वास्थ्य विज्ञान के साथ अध्यात्म विज्ञान भी कार्य करता है जो जीवन के दोनों पहलुओं पर स्थिर रहने का ज्ञान देता है।

उगादी त्योहार मनाये जाने के पीछे पौराणिक तर्क यह है की लोगों में इस भावना का निर्माण हो की ब्रह्मा विष्णु और महेश उसी परमपिता परमात्मा के तीन अलग काम भर हैं। 

पौराणिक कथाओं के माध्यम से इंसानी मस्तिष्क के लिए एक सरल और समझ में आ सकने वाली घटनाओं का निर्माण किया गया है और घटनाओं पर ध्यान देने के बजाय घटनाओं के पीछे के ज्ञान को शिरोधार्य करना एक मुख्य वजह है।

उगादी त्योहार मनाये जाने के पीछे का ऐतिहासिक वजह यह है की श्री राम से लेकर सम्राट विक्रमादित्य के शौर्य और पराक्रम से हम कुछ सीखें और अपने मातृभूमि के लिए जीने का प्रण लें। 

उगादी कब मनाया जाता है? When Ugadi Celebrate in Hindi?

उगादी या युगादी यह दक्षिण भारत का एक मुख्य त्योहार है। इसे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे राज्यों नए साल के प्रतिक के रूप में मनाया जाता है। उगादी पर्व चैत्र महीने के पहले दिन मनाया जाता है। आम तौर पर यह हर साल मार्च या अप्रैल महीने में पड़ता है।

इस साल उगादी 2 अप्रैल दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। 

उगादी त्योहार का महत्व Importance of Ugadi Festival in Hindi

भारतीय त्योहारों के अनेक आयामों से मानव को लाभ ही लाभ प्राप्त होते हैं इसलिए कुछ त्योहारों का शारीरिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्व दोगुना हो जाता है। 

जैसे की प्राकृतिक दृष्टि से उगादी पर्व के समय हमारे शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं जिसके कारण रोग व्याधियों के पनपने की गुंजाईश बेहद अधिक रहती है इसलिए उगादी के माध्यम से हमें कुछ विशेष व्यंजन खिलाए जाते हैं जिससे हमारा शरीर इन रोगों और ऋतू परिवर्तनों को आसानी से झेल सके।

आध्यात्मिक दृष्टि से उगादी का महत्व बेहद गूढ़ है लेकिन इसमें हिन्दू संस्कृति का मर्म भी छुपा हुआ है। अगर ध्यान से देखा जाए तो हमें हिन्दू पौराणिक कथाओं में कुछ स्थान पर मतभेद दिखाई देते हैं। 

अगर हमारे ऋषि-मुनियों ने चाहा होता तो हमारे मतभेद वालें अध्यायों कुछ अन्य धर्मों की तरह कर्णप्रिय बदलाव कर दिया होता लेकिन उनकी दूरदर्शिता के पीछे लोगों को सत्य का दर्शन करवाना था इसलिए उन कथाओं को ज्यों का त्यों छोड़ दिया ताकि लोग अपने विवेकानुसार सत्य खोज सकें।

उगादी पर्व का एक पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व और भी है। ऐसा माना जाता है की इसी दिन भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ था।

ऐसा भी माना जाता है की महाभारत काल में धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी इसी दिन ही हुआ था।  इसके साथ ही पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु मतस्य अवतार में अवतरित हुए थे। ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन शकों पर विजय पाई थी।

इसलिए ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य से उगादी का महत्व और भी बढ़ जाता है जो हमें यह सीख देता है की भले ही दुर्जनों की संख्या अधिक हो लेकिन सज्जनता की शक्ति आखिरकार जीतती ही है।

सम्राट विक्रमादित्य की सेना के मुकाबले शकों के पास शस्त्र बल ज्यादा था तो भी सम्राट विक्रमादित्य ने शकों को पराजित कर उनका नाश कर दिया।

महाराष्ट्र में उगादी को गुड़ीपाड़वा कहते हैं इस दिन घरों में पुरणपोली तथा लड्डू जैसे कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाये जाते हैं।

इस दिन लोग अपने आस-पास के लोगों को अपने घरों में खाने पर भी आमंत्रित करते हैं। उगादी के उत्सव पर लोग भगवान की मूर्तियों पर चमेली के फूल तथा मालाएँ चढ़ाते हैं और विशेष कर ब्रह्मा जी की पूजा अवश्य करते हैं।

उगादी में रंगोली का उपयोग Use of Rangoli in Ugadi in Hindi

भारत के हर त्योहार में किसी न किसी चिन्हों का उपयोग अवश्य किया जाता है जैसे होली में रंगों का और दिवाली में दीपक का तथा उगादी में रंगोली का।

उगादी पर्व एक पवित्र पर्व माना जाता है और हिन्दू धर्म के अनुसार पवित्र पर्व के दिन चौखट पर या आँगन में आटें और हल्दी से शुभ चित्र बनाना एक अच्छे शकुन की निशानी होती है। 

आधुनिक रीती-रिवाज में रंगोली को उस परंपरा के रूप में उपयोग किया जाता है खास कर दक्षिण भारत में महिलाएं अपने घर के चौखट आम के पत्ते सजाकर तथा रंगोली बनाकर देवी-देवताओं की पूजा करती हैं। रंगोली के रूप में यह त्योहार हमें हर स्थिति में मुस्कुराना और खुश रहने की प्रेरणा देता है।

उगादी कैसे मनाया जाता है? How Ugadi Festival Celebrate in Hindi?

उगादी पर्व के कई दिन पहले से ही लोगों के घरों में रौनक का माहौल रहता है। कुछ दिनों पहले से ही लोग अपने घरों की साफ़ सफाई करना शुरू कर देते हैं तथा जिन्हें नया व्यापार करना होता है वे इस दिन पर शुभारम्भ करने की बात सोचते रहते हैं।

इस दिन लोग जल्दी उठ तथा स्नान कर अलसी के तेल को सिर में लगाते हैं तथा मिष्ठान को प्रसाद के रूप में लोगों में बाँटते हैं तथा प्रसाद को ग्रहण कर ख़ुशियाँ मनाते हैं। प्रातः ब्रम्हा जी की पूजा होती है जिसमें गीत और आरती मुख्य रहती है।

इस दिन को कन्नड़ तथा तेलगु नववर्ष के रुप में भी मनाया जाता है। इस दिन एक विशेष पेय बनाने की भी प्रथा है, जिसे पच्चड़ी नाम से जाना जाता है। पच्चड़ी यह इमली, आम, नारियल, नीम के फूल, गुड़ जैसे चीजों को मिलाकर मटके में बनायी जाती है। इस पेय पदार्थ को प्रसाद के रूप में पास-पड़ोस के लोगों को भी बाटा जाता है।

उगादी त्योहार पर शायरी Shayari on Ugadi Festival in Hindi

1) उगादी त्योहार हमें सच्चाई और साहसी जीवन जीने को प्रेरित करता है ।

2) नया दिन, नयी सुबह,
चलो मनाये एक साथ,
उगादी का पर्व,
दुआ करे सदा रहे हम साथ साथ,
हैप्पी उगादी

3) पिछली यादे गठरी में बांधकर,
करे नये वर्ष का इंतज़ार,
लाये खुशियों की बरात,
आपकी तिजोरी में रहें धन की भरमार,
उगादी पर्व की शुभकामनाएँ

4) केशव जीते, राम जीते
जीते धर्म राज,
उगादी के इस पर्व पर,
बने आपके सारे काज

5) गुड़ी पड़वा की हैं अनेक कथाएं,
गुड़ी ही विजय पताका कहलाये

6) उगादी हमें सिखाता है की जीवन में हमें मीठेपन तथा कड़वाहट भरे दोनो तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ता है।

7) आशीर्वाद दें गणेश जी,
विद्या दें सरस्वती,
दौलत दें लक्ष्मी जी,
पुण्य-पुण्य पर्व आज,
शुभ उगादी

8) प्रकृति की सुंदर लीला हैं छाई
सभी को दिल से उगादी की बधाई

9) नवदुर्गा के आगमन से सजता है नया साल,
कोयल गाती है नए साल का मल्हार,
संगीतमय हो जाता है सारा संसार,
ऐसा है हमारा उगादी त्यौहार

10) हिंदू नववर्ष, उगादी,
और चैत्र प्रतिपदा की,
आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं

उगादी पर 10 लाइन 10 lines on Ugadi in Hindi

  1. उगादि त्यौहार नए साल पर मनाया जाने वाला एकमात्र त्यौहार है।
  2. उगादि के दिन भगवान ब्रह्मा की पूजा होती है।
  3. धर्मराज युधिष्ठिर का राज्य अभिषेक भी इसी दिन हुआ था।
  4. उगादि पर्व के उपलक्ष पर पिए जाने वाले तरल पदार्थ पच्चड़ी में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं।
  5. कर्नाटक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में इसे विशेष पर्व के रूप में मनाया जाता है।
  6. उगादि को महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा के नाम से जाना जाता है।
  7. ऐसा माना जाता है कि इस दिन ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी।
  8. उगादि के दिन ही सम्राट विक्रमादित्य ने शकों पर विजय पाई थी।
  9. उगादि में बनाई जाने वाली रंगोली का विशेष महत्व होता है ऐसा माना जाता है कि इससे बुरी शक्तियों का नाश होता है और घरों में खुशहाली आती है।
  10. उगादी पर्व के दिन नीम और गुड़ के लड्डू बांटे जाते हैं जिसका यह मतलब होता है कि जीवन में सुख और दुख दोनों में संतुलित रहना चाहिए।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने उगादी पर निबंध (Essay on ugadi festival in Hindi) पढ़ा। आशा है की यह लेख आपको पसंद आया हो। अगर यह लेख आपकी मदद कर सका हो तो इसे शेयर जरुर करें।

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