इस लेख में हमने वन संपदा पर निबंध (Essay on Van Sampada in Hindi) बेहद आकर्षक रूप से लिखा है। अगर आप वन संपदा के ऊपर बेहतरीन निबंध की तलाश कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकता है।
दिए गए निबंध में वन संपदा क्या है,वन संपदा का अर्थ,लाभ, तथा इसके संरक्षण के उपाय साथ ही वन संपदा पर 10 लाइनें इस लेख को बेहद आकर्षक बनाती हैं।
प्रस्तावना (वन संपदा पर निबंध Essay on Van Sampada in Hindi)
मानव जीवन के लिए वन का महत्व बहुत ही अधिक है। जीवन के शुरुआत से लेकर अंत तक हमारी हर गतिविधियां लकड़ी के यत्र-तत्र बीतता है। जन्म से लेकर मृत्यु तक हम लकड़ियों के बीच ही रहते हैं।
लकड़ियों का एकमात्र स्त्रोत वन ही है। बचपन में बालक लकड़ी के झूले में ही अपना शैशव काल गुजारता है। वृद्धावस्था में सहारा भी लकड़ी ही बनती है। इसलिए कहा जा सकता है कि हम हर प्रकार से वनों पर निर्भर हैं।
आज मानव अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए वनों को बेझिझक काट रहा है। कहीं शहरीकरण के नाम पर तो कहीं विकासवाद के नाम पर जंगलों का नाश किया जा रहा है।
आज जिस गति से वन संपदा का नाश किया जा रहा है, उसके परिणाम मानव समूह को भुगतना पड़ रहा है। वनों के विनाश के कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक समस्याएं मुंह खोले खड़ी है। अति वर्षा तथा अति सूखापन वृक्षों के विनाश के ही परिणाम हैं।
वनों के विनाश के कारण प्रकृति में असंतुलन पैदा हो रहा है। सबसे बड़े उदाहरण के रूप में उत्तराखंड की त्रासदी है। जिसमें लाखों लोगों ने अपने प्राण गवा दिए थे। अगर मानव जीवन को सुरक्षित रखना है तो वन संपदा को सुरक्षित रखना बहुत ही जरूरी है। बिना वन के जीवन संभव नहीं है।
वन संपदा का अर्थ Meaning of Forest Wealth in Hindi
प्रकृति ने धरती को वृक्ष तथा वनस्पतियों के रूप में अनेक अमूल्य संपत्तियां प्रदान की है जिन्हें वन संपदा कहा जाता है।
वृक्ष मानव जीवन के लिए सबसे उपयोगी तत्व माने जाते हैं। क्योंकि पृथ्वी पर सजीवों को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है और ऑक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत वृक्षों को ही माना जाता है।
वन को संपदा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इंसान के पास रही हुई किसी भी भौतिक संपत्ति से वन का महत्व ज्यादा है। बिना वृक्षों के सहयोग के बिना कोई संपत्ति सुरक्षित नहीं रह सकती।
वन संपदा हमारी धरोहर कैसे है? How Forest Wealth is our Heritage in Hindi?
धरती पर इंसानों के अतिरिक्त करोड़ों अरबों प्रजाति के सजीव रहते हैं और हर किसी को जीने के लिए किसी न किसी माध्यम की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में वन सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं।
कुछ वृक्ष सैकड़ों सालों तक वातावरण में ऑक्सीजन गैस की बढ़ोतरी करते रहते हैं तथा कई मनुष्य और जंगली जानवरों को आश्रय प्रदान करते हैं।
एक वृक्ष अपने जीवन में पहले ऑक्सीजन देता है वह पुराना हो जाने पर लोगों को छांव देता है। यही नहीं वृक्ष अपने जीवन के अंतिम समय में लकड़ियों के माध्यम से मानव के काम ही आता है। इसलिए कहा जा सकता है कि वन संपदा हमारी धरोहर है जिससे हमें बचा कर रखना चाहिए।
वन संपदा के लाभ Benefits of Forest Wealth in Hindi
वनों का हमारे जीवन में अप्रतिम योगदान होता है। जिसका आभास हमें लगभग ना के बराबर ही होता है। वन संपदा के लाभ से हम सभी वाकिफ होते हैं, लेकिन वन संरक्षण के कर्तव्य के प्रति हमारा रुझान बहुत कम होता है।
जीवन के आरंभ से अंत तक हर क्रियाएं वनों के आसपास ही होती हैं। वनों के द्वारा जीवन के लिए महत्वपूर्ण ऑक्सीजन गैस की प्राप्ति होती है तथा मानव के लिए हानिकारक गैस जैसे कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण होता है।
वन संपदा प्रकृति चक्रों में संतुलन बनाए रखने का काम करते हैं। जिसके माध्यम से समय पर ऋतुओं का बदलाव होता है। अगर ऋतु का बदलाव समय पर ना हो तो सजीव-निर्जीव सभी के लिए वजूद बचा पाना मुश्किल होगा।
वनों के माध्यम से जरूरी औषधियां प्राप्त होती हैं। जैसे कि अश्वगंधा, शतावरी, ब्राह्मी, शंखपुष्पी इत्यादि। साथ ही देवदार, शीशम, बरगद व आम जैसी कीमती लकड़ियां भी प्राप्त होती हैं।
वनों के माध्यम से वन्य पशु-पक्षियों को आश्रय तथा भोजन प्राप्त होते हैं तथा प्रकृति का चक्र संतुलित रहता है।
वृक्ष वर्षा लाने में तो सहायक होते ही हैं, साथ ही वह जमीन का कटाव भी रोकते हैं। वृक्ष कुछ हानिकारक गैसों को अवशोषित कर मानव तथा वन्य जीवन की रक्षा करते हैं।
वनों की अधिकता से प्राकृतिक आपदाओं में कमी होती है, क्योंकि वन तापमान को नियंत्रित रखते हैं। उनके कारण ही समुद्र का स्तर ज्यादा ऊंचा नहीं उठ पाता तथा जन जीवन सुरक्षित रहता है।
वन संपदा के कारण ही मनुष्य को पीने लायक जल बेहद निम्न स्तर पर ही प्राप्त हो जाते हैं तथा पानी में हानिकारक तत्वों की भी कमी रहती है।
आज के समय में मनुष्य के हर गतिविधियों है। हमारे घरों में लकड़ियां चारों तरफ मौजूद होती हैं उदाहरण के तौर पर घर में रहे फर्नीचर, कुर्सियां, टेबल इत्यादि।
मानव के लिए कागज एक जरूरी पहलू बन चुका है और हमारे उपयोग में आने वाले ज्यादातर कागज पेड़ों के माध्यम से ही बनाए जाते हैं।
हमारी वन संपदा की सुरक्षा कैसे करें? How to Protect our Forest Wealth in Hindi?
आज शहरीकरण तथा विकास तथा लकड़ियों की कालाबाजारी के नाम पर बेझिझक वृक्षों का नाश किया जा रहा है। अगर इसी तरह वनों का कांटा जाना जारी रहा तो आने वाले समय में बहुत से नकारात्मक प्राकृतिक परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।
वन संपदा की सुरक्षा करने के लिए जनजागृति फैलाने की जरूरत है क्योंकि मात्र पढ़ने भर से कोई पर्यावरण के प्रति जागरूक नहीं हो सकता।
भारत सरकार के द्वारा वन संपदा के संरक्षण के लिए तमाम कार्यक्रम चलाने की आवश्यकता है जिसमें काटे गए वृक्षों के जगह पर नए वृक्ष लगाना, शहरीकरण के साथ वनों का संतुलन बनाए रखना मुख्य हैं।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के द्वारा पेड़ लगाने तथा संरक्षित करने की प्रतियोगिता रखी जा सकती हैं। जिसके माध्यम से वृक्षों को संरक्षित करने के नए-नए तरीकों को निजात किया जा सकता है।
सनातन संस्कृति में वृक्षों को देवता माना गया है तथा वृक्षों को काटना एक अपराध माना जाता है। ऐसी भावनाओं को जन समूह में रोपित करके वन संपदा की रक्षा की जा सकती है।
वन संपदा की सुरक्षा का भार युवाओं को लेने की आवश्यकता है। जो आने वाले पीढ़ी को एक साक्ष्य तथा सुंदर पर्यावरण दे सकते हैं। इसलिए स्कूलों तथा कॉलेजों में वृक्ष संवर्धन के बारे में जरूरी जानकारी तथा जागरूकता प्रदान करने की आवश्यकता है।
हमारी वन संपदा पर 10 लाइन 10 Lines on Our Forest Wealth in Hindi
- प्रकृति ने धरती को वृक्षों वनस्पतियों के रूप में अनेक अमूल्य संपत्तियां प्रदान की है जिन्हें वन संपदा कहा जाता है।
- वनों के विनाश के कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक समस्याएं मुंह खोले खड़ी है।
- वनों के विनाश के कारण प्रकृति में असंतुलन पैदा हो रहा है। सबसे बड़े उदाहरण के रूप में उत्तराखंड की त्रासदी है।
- वन को संपदा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इंसान के पास रही हुई किसी भी भौतिक संपत्ति से वन का महत्व ज्यादा है।
- वृक्ष मानव जीवन के लिए सबसे उपयोगी तत्व माने जाते हैं क्योंकि पृथ्वी पर सजीवों को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है
- वनों के माध्यम से जरूरी औषधियां प्राप्त होती हैं। जैसे कि अश्वगंधा, शतावरी, ब्राह्मी, शंखपुष्पी इत्यादि।
- वन धरती और पहाड़ों का क्षरण रोकते हैं। नदियों को बहाव और गतिशीलता प्रदान करते हैं।
- वन स्थिति रिपोर्ट 2019 के अनुसार वर्तमान में हमारे देश में कुल 807276 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में वन स्थित हैं, जो कि कुल भौगोलिक क्षेत्र का 21.67 प्रतिशत है।
- पेड़ जीवों की रक्षा के लिए ऑक्सीजन छोड़ते है और कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं।
- सनातन धर्म में वृक्षों को देवता की उपाधि दी गई है जिसके पीछे का तर्क वृक्षों का संरक्षण ही है।
निष्कर्ष Conclusion
इस लेख में अपने वन संपदा पर निबंध (Essay on Van Sampada in Hindi) पढ़ा। आशा है या लेख आप को सरल तथा जानकारियों से भरपूर लगा हो। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें।