इस लेख में हमने प्रातः काल का वर्णन हिंदी में (Pratah Kal Ka Drishya in Hindi) लिखा है। जिसमें प्रातः काल की परिभाषा, महत्व, दृश्य, लाभ तथा 10 वाक्यों को आकर्षक रूप से लिखा गया है।
प्रस्तावना (प्रातः काल का वर्णन Pratahkal Ka Drishya in Hindi)
पूरे संसार में केवल पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है, जहां वातावरण के कारण जीवन संभव है। प्रकृति ने हमें जीवन के साथ अनेकों उपहार दिए हैं जैसे- नदी, पहाड़, पशु- पक्षी, जंगल, ऋतुएं और दिन-रात इत्यादि।
प्रातः काल मनुष्य के लिए एक अमृत समान बेला होती है। यदि इस समय का सदुपयोग किया जाए तो जीवन बहुत ही खुशहाल बन जाता है।
किसी भी कार्य को करने के लिए एक स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है, तथा स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है।
प्रातः काल उठकर योग- व्यायाम करने से एक स्वस्थ शरीर के साथ स्वस्थ मन की भी प्राप्ति होती है। प्रातः काल का समय किसी भी कार्य को करने के लिए प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ समय होता है।
आज के समय में लोगों का जीवन बेहद भागदौड़ भरा है, जिसके कारण काम के दबाव में थकावट के साथ-साथ मानसिक तनाव भी उत्पन्न होने लगता है। प्रातः काल उठने से सभी प्रकार के थकान और तनाव दूर हो जाते हैं।
प्रातः काल का अर्थ Meaning of Morning in Hindi
प्रातः काल वह समय होता है, जब सूर्योदय न हुआ हो और रात ढलने के कारण हल्का अंधेरा पूरे आकाश में छाया हुआ हो। सूर्योदय के कुछ घंटे पहले का समय भी प्रातः काल कहा जाता है।
रात के अंत में तथा सूर्योदय के पूर्व का यह समय बहुत विशेष माना गया है। प्रातः काल को संस्कृत में ब्रह्म मुहूर्त भी कहा जाता है। दूसरे शब्दों में इसे सवेरा अथवा भोर का समय भी कहते हैं।
ब्रह्म मुहूर्त की बेला हिंदू धर्म में एक पवित्र समय माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस समय आकाश में देवों का आवागमन होता है।
प्रातः काल का दृश्य Morning Scene in Hindi
प्रातःकाल का दृश्य बड़ा ही मनमोहक होता है। सवेरा होने पर सभी पक्षी अपने घोंसले से निकलकर पेड़ों पर बैठकर अपनी सुरीली आवाज से वातावरण को और भी मधुर बना देते हैं।
चारों तरफ ठंडी हवाएं बहने लगती है, जिसके कारण एक स्फूर्ती का अनुभव होता है। प्रातः काल का शांत वातावरण मन में एक नई उमंग भर देता है।
धीरे-धीरे रात्रि का अंधेरा ढलने लगता है और सूर्य की किरणे चारों तरफ बिखर के आकाश का रंग बदल देती है। मानो ऐसा लगता है की रात लंबे समय तक पहरा देकर वापस लौट गया हो।
सूरज की ललित किरणें चारों दिशाओं में बिखरने लगती हैं और सड़कों पर लोगों की चहलकदमी भी शुरू होने लगती है। किसान अपने पशु और हल को लेकर अपने खेतों में जाता है।
हरे- भरे खेतों में आसमान से रातभर पडने वाली ओस की बूंदों के कारण पानी की छोटे-छोटे बूंदे मोती की तरह लगती हैं। फूलों की पंखुड़ियां धीरे-धीरे खुलने लगती हैं, जिसके चारों ओर भंवरे मंडराने लगते हैं।
सभी लोग अपने काम पर जाने की तैयारियां करने लगते हैं और बच्चे स्कूल की पोशाक पहने ताज़ी हवाओं का आनंद लेते हुए स्कूल की तरफ जाते हैं। सड़कों पर अखबार और दूध देने वाला घंटियां बजाकर लोगों को रास्ता देने के लिए कहता है।
स्वस्थ रहने के लिए कई लोग हरे-भरे मैदानों में जाकर व्यायाम और कसरत करते हैं तो कुछ लोग वातावरण का आनंद उठाते हुए धीरे धीरे चहलकदमी करते हैं। थोड़े समय बाद सड़कों पर वाहनों का आना-जाना शुरू हो जाता है।
प्रातः काल का महत्व Importance of Morning in Hindi
प्रातः काल को अमृतवेला कहा जाता है। भारत में विशेषकर प्रातः काल को बहुत महत्व दिया जाता है। दुनिया में आज तक जितने भी सफल लोग हुए हैं उन्होंने अपने जीवन में प्रातः काल का महत्वपूर्ण स्थान बताया है।
एक स्वस्थ शरीर के बिना जीवन का आनंद समाप्त हो जाता है। मनुष्य के लिए प्रातः काल का समय उतना ही महत्वपूर्ण और रोमांचकारी है जितना कि भोजन।
प्रातः काल के समय अंतराल में हमारे अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है। इस ऊर्जा को यदि उचित दिशा में लगाया जाए तो सफलता बेहद सरलता से अर्जित की जा सकती है।
प्रातः काल भ्रमण के लाभ Benefits of Morning Morning Walk in Hindi
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, जो दिन भर अपने व्यस्त दिनचर्या के पश्चात बहुत थक जाता है।शारीरिक थकान के लिए मनुष्य सोता है लेकिन मन तथा विचारों द्वारा लगते थकान अर्थात मानसिक थकान दूर करने का सबसे अच्छा समय प्रातः काल का होता है।
सुबह के वक़्त भ्रमण करने से व्यक्ति को अनगिनत लाभ होते हैं, जिसका वर्णन करना मुश्किल है। शारीरिक तथा मानसिक तनाव को दूर करने के लिए प्रातः काल भ्रमण एक अचूक उपाय होता है।
देर तक सोने से स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है, जिससे पूरा दिन बिगड़ जाता है। प्रातः काल उठने के बाद हमारा मन पूरी तरह से शांत होता है और कार्य करने के लिए बहुत सारा समय बच जाता है।
सुबह उठकर व्यायाम और कसरत करने से किसी भी प्रकार की बीमारी ठीक की जा सकती है, जिसे पूरी दुनिया मानती है। भारत को योग गुरु इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां सदियों से हमारे ऋषि-मुनियों ने प्रातः काल के महत्व को लोगों तक पहुंचाया है।
ठंडी- ठंडी हवाओं के कारण मन एकाग्र हो जाता है, और मुख पर चमक आ जाती है। प्रातः उठकर योग व्यायाम करने से पाचन शक्ति भी बढ़ती है तथा हृदय और फेफड़ों की गति सामान्य रूप से काम करती है।
प्रातः काल एक ऐसा समय होता है जब सड़कों पर अधिक वाहन नहीं दिखाई देते हैं और धूल मिट्टी भी नहीं उड़ती है। इसके कारण शुद्ध तथा ठंडी हवा जब शरीर के भीतर जाती है तो रक्त का शुद्धिकरण होता है। बुद्धि का विकास करने के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
प्रातः काल के वर्णन पर 10 वाक्य Best 10 lines on Morning Description in Hindi
- प्रातः काल का समय दुनिया के सभी धर्मों में बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है।
- भारत में प्रातः काल को ब्रह्ममुहूर्त और अमृतवेला भी कहा जाता है।
- प्रातः काल रात्रि के अंत तथा सूर्योदय के पहले का समय होता है। जब सड़कों पर वाहनों की चहलकदमी बहुत कम होती है जिसके कारण वातावरण में धूल- मिट्टी नहीं उड़ता है।
- प्रातः काल के समय वातावरण शुद्ध होता है और हवाएं बेहद ठंडी और ताजगी भरी होती हैं।
- प्रातः काल उठकर व्यायाम करने से किसी भी प्रकार के रोगों को ठीक किया जा सकता है।
- भोर के समय योग व्यायाम करने से मन में एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- प्रातःकाल का दृश्य बड़ा ही मनमोहक होता है जिसके कारण सभी पशु पक्षी सुबह जल्दी उठकर अपनी क्रीड़ा शुरू कर देते हैं।
- दुनिया के सभी आध्यात्मिक साधु संत ब्रह्म मुहूर्त से ही ईश्वर की आराधना करना शुरू करते हैं।
- प्रातः काल भ्रमण करने से शारीर और मन को अनगिनत लाभ होते हैं।
- दुनिया के अधिकतर सफल लोग अपनी दिनचर्या प्रातः काल से ही शुरू करते हैं।
निष्कर्ष Conclusion
इस लेख में आपने प्रातः काल के वर्णन (Pratah Kal ka Drishya in Hindi) को पढ़ा। आशा है यह लेख आपको अच्छा लगा हो। अगर यह लेख आपके लिए सहायक सिद्ध हुआ हो तो इसे शेयर जरूर करें।